Hindi Lyrics Version
ह्म.. ह्म..
तेरे संग गुज़रे मेरे जो लम्हे
तुम से वो माँगूँ
मैं तलबगार हूँ
तुम से थोड़ी मोहलत मांगू
तू वोही में वोही है मगर बेबसी
ज़िंदगी को गवारा अब कैसे कारिएन
दिल के दरवाज़े पे
फिर से तेरी दस्तक मांगू
तुझ से ही फिर अपनी
पहली सी मुहब्बत मांगू
वो चाह जो हम में थी
फिर से वोही चाहत मांगू
तुझ से ही फिर अपनी
पहली सी मुहब्बत मांगू
तन्हाई में मार जाईएन क्या फिर आओगे
इस तरह से क्या हरपाल तुम तड़पावगे
घैर की तरह से यह तकालूफ कैसा
यह मरावट है कैसी यह तारूफ्फ कैसा
मैने अपने ही हाथों से गवाया है तुझे
आशना कोई और अब भाया है तुझे
दिल के दरवाज़े पे
फिर से तेरी दस्तक मांगू
तुझ से ही फिर अपनी
पहली सी मुहब्बत मांगू
वो चाह जो हम में थी
फिर से वोही चाहत मांगू
तुझ से ही फिर अपनी
पहली सी मुहब्बत मांगू
ह्म.. ह्म..
दिल के दरवाज़े पे
फिर से तेरी दस्तक मांगू
तुझ से ही फिर अपनी
पहली सी मुहब्बत मांगू
वो चाह जो हम में थी
फिर से वोही चाहत मांगू
तुझ से ही फिर अपनी
पहली सी मुहब्बत मांगू